गुरु तेग बहादुर साहब के प्रकाशोत्सव की लख-लख बधाइयां।
"धरम हेत साका जिनि कीआ
सीस दीआ पर सिरड न दीआ।"
धर्म, मानवीय मूल्यों व आदर्शों की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देनेवाले गुरु तेग बहादुर साहब के प्रकाशोत्सव की लख-लख बधाइयां। आपके दिखाए करुणा, प्रेम, त्याग, धर्म के पथ पर चलते हुए जगत कल्याण के लिए कार्य करना ही जीवन का ध्येय है।
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